बोधगया। में 41 दिन पहले लापता हुई महिला का कंकाल जंगल में बरामद हुआ है। कपड़े, गहने और जबड़े से उसकी पहचान की गई। जांच में खुलासा हुआ कि महिला के पति, ससुर, जेठ और साढ़ू ने मिलकर उसे किडनैप कर गोली मार दी और शव को जलाने की कोशिश की थी।पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि 15 फरवरी को जब रिंकू कुमारी (20) कोचिंग से लौट रही थी, तब उसके पति विकास यादव, ससुर विनोद यादव, जेठ दीपक यादव और साढ़ू ने उसे अगवा कर लिया। जंगल में ले जाकर पहले एक गोली चलाई, जिससे वह घायल हो गई, फिर छह और गोली मारकर उसकी हत्या करदी।इसके बाद शव को बोधगया की निरंजना नदी के किनारे दफना दिया गया। परिजनों को झूठी सूचना दी गई कि वह प्रेम-प्रसंग में भाग गई है।मृतका के भाई जितेंद्र, जो CRPF में हैं, ने बताया कि जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, तो उन्होंने अपने अधिकारियों से संपर्क किया। मामला आईजी मगध रेंज क्षत्रनील सिंह तकपहुंचा, जिसके बाद पुलिस ने तेजी से जांच शुरू की।चार बार ससुरालवालों से पूछताछ के बावजूद वे टालमटोल करते रहे, लेकिन पांचवीं बार पूछताछ में उन्होंने अपराध कबूल कर लिया। इसके बाद पुलिस ने घटनास्थल से महिला काकंकाल बरामद किया।
दहेज के लिए किया गया था अत्याचार
मृतका के चचेरे भाई योगेश ने बताया कि शादी के बाद से ही रिंकू को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता था। कुछ महीने पहले उसके मायकेवालों ने ससुराल वालों को एक लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए थे।इसके अलावा, रिंकू ने मायके में रहकर बताया था कि उसके पति के अवैध संबंध हैं और इसी कारण उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था। वह पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बनना चाहती थी, लेकिन उसे पढ़ाई तक करने से रोका जाता था।कंकाल मिलने के बाद पुलिस ने पति, ससुर, जेठ और साढ़ू को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, पुलिस ने अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है और कहा है कि प्रेस रिलीज जारी कर पूरे मामले की जानकारी दी जाएगी।