मुजफ्फरपुर। जिले के बोचहां थाना क्षेत्र के बाज़ितपुर मझौली गांव में सोमवार रात एक गंभीर घटना सामने आई, जब एक मामूली विवाद की जांच के लिए गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस हमले में दरोगा समेत कुल 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। हालांकि, पुलिस ने तेजी दिखाते हुए अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है।जानकारी के अनुसार, सोमवार शाम गांव के रहने वाले वकील सोनी कुमार का अपने ही पड़ोसी से झगड़ा हो गया था। झगड़े के बाद दोनों पक्षों में कहासुनी और मारपीट की नौबत आ गई। इसमें एक पक्ष ने बोचहां थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत मिलने के बाद रात करीब 10 बजे बोचहां थाने से ASI रंजय कुमार के नेतृत्व में एक गश्ती दल मामले की जांच के लिए मौके पर भेजा गया।
जैसे ही पुलिस टीम गांव में पहुंची, वैसे ही बड़ी संख्या में जुटी भीड़ ने उन पर हमला बोल दिया। पुलिस की मानें तो इस भीड़ में कई महिलाएं भी शामिल थीं। भीड़ की उग्रता को देखते हुए पुलिसकर्मियों को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। स्थिति ऐसी हो गई कि पुलिस की गाड़ी को मझौली से थाने तक लगभग तीन किलोमीटर तक रिवर्स गियर में ही दौड़ाना पड़ा। इस बीच दो बाइक सवार युवकों ने पुलिस वैन का पीछा कर उसे पुराने थाने तक खदेड़ा भी।घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। सूचना मिलते ही जिले के वरिष्ठ अधिकारी हरकत में आ गए। मौके पर पहुंची अतिरिक्त पुलिस बल ने हालात को काबू में किया और देर रात तक गांव में सघन तलाशी अभियान चलाया गया।
इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए ग्रामीण एसपी विद्या सागर ने कहा, "यह हमला पूरी तरह से असामाजिक तत्वों की करतूत है। पुलिस एक सामान्य शिकायत की जांच करने गई थी, लेकिन वहां मौजूद कुछ उपद्रवियों ने जानलेवा हमला कर दिया। हमलावरों की पहचान कर ली गई है और अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी की तलाश जारी है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"फिलहाल पुलिस ने पूरे गांव को निगरानी में लिया है और वहां सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। घायलों का इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है, जहां उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। प्रशासन अब यह सुनिश्चित करने में जुटा है कि ऐसे हमले दोबारा न हों और पुलिस कर्मियों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता न किया जाए।