पूर्णिया। जिले से, जहां एक किराए के मकान में नकली मोबिल ऑयल बनाने की फैक्ट्री चलाई जा रही थी। यह फैक्ट्री न सिर्फ अवैध रूप से मोबिल बना रही थी, बल्कि उसे नामी कंपनी कैस्ट्रॉल के लेबल में पैक कर बाजार में धड़ल्ले से बेच भी रही थी। इस नकली मोबिल के कारण कई गाड़ियों के इंजन खराब होने की शिकायतें भी मिल रही थीं, जिससे आम लोग परेशान थे।पूरा मामला पूर्णिया के मधुबनी थाना क्षेत्र के मोलवी टोला इलाके का है, जहां इमामबाड़ा के पास स्थित एक किराए के मकान से यह काला कारोबार संचालित किया जा रहा था। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर इस नकली फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर दिया।इस पूरे काले धंधे को मो. बाबर नामक व्यक्ति चला रहा था, जो इसी क्षेत्र का निवासी है। मो. बाबर ने पिछले दो वर्षों में नकली मोबिल बेचकर अथाह संपत्ति खड़ी कर ली थी।
कंपनी को हुआ शक, टीम ने की पड़ताल
कैस्ट्रॉल कंपनी की ओर से छापेमारी टीम में शामिल शुभाशीष दत्ता ने जानकारी दी कि पिछले कुछ समय से पूर्णिया में कैस्ट्रॉल मोबिल की बिक्री में लगातार गिरावट देखी जा रही थी। इससे कंपनी को संदेह हुआ कि कहीं नकली मोबिल तो नहीं बेचा जा रहा। कंपनी ने जांच टीम भेजी, जिसने बाजार की स्थिति का आकलन करते हुए मोलवी टोला में यह गोरखधंधा पकड़ा।जांच के बाद कंपनी ने इसकी सूचना मधुबनी थाना प्रभारी सूरज प्रसाद को दी, जिन्होंने तुरंत टीम गठित कर छापेमारी की योजना बनाई।
छापेमारी में हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस और कंपनी के अधिकारियों की संयुक्त कार्रवाई में फैक्ट्री से भारी मात्रा में नकली मोबिल, कैस्ट्रॉल के खाली डब्बे, लेबल/स्टीकर, और कई ड्रम में भरकर रखा गया तेल बरामद किया गया। इसके साथ ही गल्फ, टीवीएस, हीरो जैसी अन्य कंपनियों के डब्बे और लेबल भी पाए गए, जिससे यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि बाबर सिर्फ कैस्ट्रॉल ही नहीं, बल्कि कई कंपनियों के नाम पर नकली मोबिल बेच रहा था।थानाध्यक्ष सूरज प्रसाद ने बताया कि आरोपी मो. बाबर को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे गहन पूछताछ की जा रही है। बरामद समान की गिनती की जा रही है और पूरे मामले की जांच तेजी से की जा रही है।
दो साल से चल रहा था गोरखधंधा
पूछताछ में मो. बाबर ने स्वीकार किया है कि वह पिछले दो सालों से इस नकली मोबिल कारोबार को चला रहा था। वह सस्ते तेल को मिलाकर उसे ब्रांडेड कंपनियों के डब्बों में भरता और उसे बाजार में असली के दाम पर बेचता था। इसके जरिये उसने काफी संपत्ति अर्जित की है, जिसकी अब जांच की जा रही है।पुलिस इस मामले में बाबर के नेटवर्क और अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश में जुट गई है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि इतनी बड़ी मात्रा में नकली मोबिल किस-किस बाजार में सप्लाई किया गया है।फिलहाल पुलिस ने फैक्ट्री को सील कर दिया है और बरामद सामग्रियों को जब्त कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।यह मामला नकली प्रोडक्ट के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है और इससे भविष्य में इस तरह के फर्जीवाड़े पर रोक लगाने की उम्मीद की जा रही है।