पटना। में शुक्रवार को दिन के उजाले में अपराधियों ने एक बार फिर पुलिस को खुली चुनौती दी। जेपी गंगा पथ (मरीन ड्राइव) पर कोर्ट जा रहे स्कूटी सवार युवक को अपराधियों ने घेरकर गोलियों से भून डाला। इस दर्दनाक वारदात में मारे गए युवक की पहचान 25 वर्षीय मोहम्मद शाहनवाज के रूप में हुई है, जो कई आपराधिक मामलों में नामजद था। वह चर्चित नीलेश मुखिया हत्याकांड का भी आरोपी था।जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को लगभग 11 बजे शाहनवाज अपने दोस्त कैफ के साथ स्कूटी से कोर्ट जा रहा था। वह स्कूटी की पिछली सीट पर बैठा था। इसी दौरान बाइक सवार अपराधियों ने जेपी गंगा पथ पर उसे घेर लिया और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। दोस्त कैफ ने बताया कि बदमाश पहले से रेकी कर रहे थे और आगे-पीछे से घेर कर फायरिंग की।पहली गोली शाहनवाज की पीठ में लगी, जिससे वह स्कूटी से गिर पड़ा और उसका हेलमेट खुल गया। इसके बाद अपराधियों ने उसके सिर में सटाकर गोली मार दी। कुल तीन गोलियों के निशान शाहनवाज के शरीर में मिले हैं।
सड़क पर पड़ा रहा लहूलुहान शाहनवाज, किसी ने नहीं की मदद
गोलियां लगने के बाद शाहनवाज खून से लथपथ सड़क पर गिरा पड़ा रहा। आसपास से गुजरने वाले लोग मूकदर्शक बने रहे, किसी ने उसे अस्पताल तक पहुंचाने की कोशिश नहीं की। काफी देर बाद किसी तरह उसे पीएमसीएच पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।कुछ देर बाद उसके परिजन अस्पताल पहुंचे, जिनमें उसके पिता इफ्तेखार हुसैन भी शामिल थे। शाहनवाज अपने दो भाइयों में बड़ा था और उसकी चार बहनें हैं। बताया जा रहा है कि वह हाल के दिनों में जमीन के कारोबार से भी जुड़ गया था।
पुलिस को पुरानी रंजिश का शक, तीन खोखे बरामद
घटना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। एएसपी अतुलेश झा ने बताया कि हत्या पुरानी अदावत में की गई प्रतीत होती है। घटनास्थल से तीन खोखे बरामद किए गए हैं और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।पुलिस का मानना है कि शाहनवाज की रेकी पहले से की जा रही थी और अपराधियों को यह जानकारी थी कि वह कोर्ट जाने वाला है। बाइक सवार हमलावर कहां से उसका पीछा कर रहे थे, यह जानने के लिए पूरे रूट के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
पुरानी हत्या से जुड़ा तार – नीलेश मुखिया केस
शाहनवाज का नाम पिछले साल 31 जुलाई को हुए नीलेश मुखिया हत्याकांड में सामने आया था। नीलेश को पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में उसके कार्यालय के पास गोली मारी गई थी। हालत गंभीर होने पर उसे इलाज के लिए दिल्ली एम्स भेजा गया, जहां 24 अगस्त को उसकी मौत हो गई थी। उस हमले का सीसीटीवी भी सामने आया था।नीलेश मुखिया की हत्या और अब शाहनवाज की हत्या को लेकर पटना में आपराधिक गैंगवार की आशंका गहराती जा रही है। पुलिस अब दोनों मामलों को जोड़कर भी जांच कर रही है।फिलहाल इस सनसनीखेज हत्या से पटना में एक बार फिर दहशत का माहौल है और पुलिस प्रशासन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर दिनदहाड़े बीच सड़क पर अपराधी खुलेआम कैसे गोलियां चला रहे हैं।