

बेगूसराय : कन्हैया कुमार की पदयात्रा का समापन, अब पटना की ओर बढ़ा कारवां रोजगार और पलायन पर सरकार को घेरा, राहुल गांधी के साथ उमड़ा जनसैलाब

बेगूसराय। एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी और जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार की “पलायन रोको - नौकरी दो” पदयात्रा रविवार को उनके गृह ज़िला बेगूसराय में समाप्त हुई। यह पदयात्रा जीरो माइल गोलंबर स्थित राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ संपन्न हुई। यात्रा अब पटना ज़िले की ओर बढ़ेगी, जहां मंगलवार को गंगा मैया को प्रणाम कर कन्हैया पटना पहुंचेंगे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे।
गिरिराज सिंह पर तीखा हमला
नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह का ननिहाल बेगूसराय में है, उन्हें इस मिट्टी का हक चुकाना चाहिए। उन्होंने भीड़ से सवाल किया, “दो बार बेगूसराय ने उन्हें जिताया है, लेकिन अब पूछिए कि उन्होंने इस धरती के लिए क्या किया?” कन्हैया ने कहा कि “हाथ कंगन को आरसी क्या, पढ़े-लिखे को फारसी क्या।” गिरिराज सिंह को नसीहत देते हुए बोले कि “गुस्साइए मत, गर्मी है लेकिन उतनी नहीं है, असली बात यह है कि काली टोपी पहनने वाले उजाला टी-शर्ट को पसंद नहीं करते।”
14 किलोमीटर पैदल यात्रा में शामिल हुई भीड़
पदयात्रा बेगूसराय के आईटीआई मैदान से शुरू होकर जीरो माइल तक करीब 14 किलोमीटर चली। इस दौरान जगह-जगह लोगों ने यात्रा का स्वागत किया। राहुल गांधी ने भी सुभाष चौक से टाउनशिप गेट तक लगभग डेढ़ किलोमीटर की पदयात्रा में हिस्सा लिया। जीरो माइल पहुंचने पर हजारों की संख्या में भीड़ कन्हैया कुमार को सुनने के लिए जमा हो गई। जनसभा में युवाओं, छात्रों, महिलाओं और बुजुर्गों की बड़ी भागीदारी देखने को मिली।सभा में कन्हैया कुमार ने कहा कि आज बिहार की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी और पलायन है। हर दिन हजारों लोग अपने गांव-घरों को छोड़कर दूसरे राज्यों में जा रहे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार से सवाल किया, “डबल इंजन की सरकार ने बिहार को क्या दिया? लोग क्यों भाग रहे हैं? रोजगार कहां है?”
जनता के हक की बात, राहुल गांधी का आभार
सभा के दौरान कन्हैया ने कहा कि “नेता का बेटा नेता, डीएम का बेटा डीएम बनता है, लेकिन अब किसान का बेटा किसान नहीं बन रहा। क्योंकि उसे न खेत है, न साधन, न रोजगार।” उन्होंने कहा कि “रोज़ी, रोटी, कपड़ा और मकान हमारा हक है और सरकार को यह देना पड़ेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि सांसद भले चुप रहें, लेकिन हम चुप नहीं रहेंगे, संघर्ष जारी रहेगा।पदयात्रा समाप्त होने के बाद कन्हैया कुमार ने एक ट्वीट कर राहुल गांधी के प्रति आभार जताया। उन्होंने लिखा, “आज बेगूसराय में ‘पलायन रोको-नौकरी दो’ यात्रा में न्याय योद्धाराहुल गांधी का साथ पाकर हम गौरवान्वित हैं। यह यात्रा बिहार में बदलाव का संकेत है।”कन्हैया ने सभा के अंत में लोगों से आह्वान किया कि जैसे बेगूसराय में भारी संख्या में लोग शामिल हुए, वैसे ही 11 अप्रैल को पटना पहुंचकर मुख्यमंत्री से सवाल पूछें। उन्होंने कहा, “अब वक्त आ गया है कि सरकार से उसका हिसाब लिया जाए। हम सवाल करेंगे, जवाब मांगेंगे और तब तक संघर्ष करेंगे जब तक बिहार के युवाओं को उनका हक नहीं मिल जाता।”
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BIHAR - JHARKHAND
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