खेल। प्रेमियों के लिए गया में गुरुवार की देर शाम एक ऐतिहासिक खेल आयोजन शुरू हुआ। एमैच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में 34वीं राष्ट्रीय सब जूनियर कबड्डी प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ हुआ। यह प्रतियोगिता बिहार स्टेट कबड्डी एसोसिएशन और गया जिला कबड्डी एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल, रसलपुर में शुरू हुई। देशभर के 28 राज्यों से आए युवा खिलाड़ी इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं। यह रोमांचक मुकाबला अगले चार दिनों तक चलेगा, जहां युवा प्रतिभाएं अपनी उत्कृष्टता का परिचय देंगी।इस प्रतियोगिता का विधिवत उद्घाटन सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने दीप प्रज्ज्वलन और खेल मैदान की पूजा के साथ किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि बिहार सरकार और केंद्र सरकार मिलकर खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। उन्होंने ‘मेडल लाओ, नौकरी पाओ’ जैसी योजनाओं का जिक्र किया, जो उभरते खिलाड़ियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो रही हैं।
राष्ट्रीय स्तर से अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचेंगे खिलाड़ी
गया जिला ओलंपिक संघ के अध्यक्ष हरि प्रपन्न ने प्रतियोगिता की अहमियत पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह टूर्नामेंट युवा खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर है। यहां से चुने गए खिलाड़ी आगे चलकर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस अवसर पर भारतीय कबड्डी टीम के मुख्य कोच बलवान सिंह (द्रोणाचार्य अवार्डी), भारतीय पुरुष कबड्डी टीम के कप्तान पवन शेहरावत (अर्जुन अवार्डी) और एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता सचिन तनवर जैसे दिग्गजों की उपस्थिति ने आयोजन को और भी खास बना दिया।इस प्रतियोगिता में महिला खिलाड़ियों की भी मजबूत उपस्थिति रही। अर्जुन अवार्डी ममता पुजारी, पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जयश्री स्वान और पूजा शर्मा जैसी महिला दिग्गजों ने अपनी मौजूदगी से आयोजन को गौरवान्वित किया। इसके अलावा मंजीत चिल्लर (अर्जुन अवार्डी), पूर्व भारतीय टीम कोच श्रीनिवास रेड्डी और पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रोहित कुमार भी इस खास मौके पर उपस्थित रहे।आयोजन समिति के चेयरमैन कुमार विजय सिंह, आयोजन सचिव आनंद शंकर तिवारी, आयोजन अध्यक्ष रविंद्र सिंह राठौर और संयोजक जितेंद्र कुमार ने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। गया की धरती पर यह कबड्डी महासंग्राम अगले कुछ दिनों तक रोमांचक मुकाबलों का गवाह बनेगा, जहां युवा खिलाड़ी अपना दमखम दिखाएंगे।