बिहार। एसटीएफ और गया जिला पुलिस को संयुक्त रूप से मिली है, जब इमामगंज थाना क्षेत्र के तिलाठी पहाड़ी के घने जंगल में चलाए गए विशेष अभियान में तीन कुख्यात नक्सलियों को भारी मात्रा में हथियारों के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई छक्करबंधा इलाके में गोपनीय सूचना के आधार पर की गई, जो पूरी तरह से रणनीतिक ढंग से संचालित की गई थी।इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने पुलिस से लूटी गई तीन एसएलआर राइफलें, एक 3006 सेमी ऑटोमेटिक राइफल और अलग-अलग बोर की कुल 527 जिंदा गोलियां बरामद की हैं। इसके अलावा मौके से एक केन बम, छह डेटोनेटर वायर, एसएलआर की सात मैगजीन और इंसास की दो मैगजीन भी मिली हैं। इन हथियारों के साथ नक्सली साहित्य और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई है।
गिरफ्तार किए गए नक्सलियों की पहचान रूपेश पासवान (कादिरगंज, इमामगंज), उदय कुमार (सोहेल, सलैया) और बबलू कुमार (जगतपुर लकड़ाही, भदवर) के रूप में हुई है। तीनों नक्सली लंबे समय से प्रतिबंधित संगठन की गतिविधियों में शामिल थे और पूर्व जोनल कमांडर विवेक यादव के करीबी सहयोगी थे। गौरतलब है कि विवेक यादव की हत्या 24 फरवरी 2025 को हो चुकी है, लेकिन उसके नेटवर्क को सक्रिय बनाए रखने की कोशिश में ये तीनों नक्सली अब भी क्षेत्र में सक्रिय थे।एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, इस वर्ष की यह अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। हथियारों की इस बड़ी बरामदगी से नक्सल संगठन को करारा झटका लगा है और इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।एसटीएफ और जिला पुलिस अब गिरफ्तार नक्सलियों से पूछताछ कर रही है ताकि उनके नेटवर्क, गुप्त ठिकानों और अन्य सहयोगियों की जानकारी प्राप्त की जा सके। सुरक्षा एजेंसियां इस अभियान को नक्सल विरोधी रणनीति में बड़ी उपलब्धि के रूप में देख रही हैं।