पटना।" जिले के बेहरावाचक पंचायत के मुखिया रवि कुमार के इकलौते बेटे आर्यन कुमार (10) की मौत की गुत्थी छह महीने बाद भी नहीं सुलझी है। 12 अक्टूबर 2024 को पुनपुन नदी में डूबने से आर्यन की मौत हो गई थी, लेकिन उसके परिवार का आरोप है कि गांव के कुछ लोगों ने साजिश के तहत उसे नदी में धक्का देकर मार डाला। हालांकि, पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से मौत की पुष्टि हुई है और बच्चे के शरीर पर किसी चोट का निशान नहीं मिला है।परिजनों का आरोप है कि गांव के धर्मेंद्र साहनी, जयसूर्या कुमार, समर कुमार, ललिता देवी और मधु सिंह ने आर्यन की हत्या की। पिता रवि कुमार के अनुसार, धर्मेंद्र साहनी से उनका एक साल से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था और घटना से एक सप्ताह पहले ही उन्हें वंश खत्म करने की धमकी दी गई थी। रवि का दावा है कि विजयादशमी के दिन कलश विसर्जन के दौरान आरोपियों ने आर्यन को नदी में धक्का दे दिया।मां गुड़िया देवी ने बताया कि आर्यन घर से अकेले बाहर नहीं जाता था। वह उनके साथ ही कलश विसर्जन के लिए गया था। उन्होंने रोते हुए कहा, "बच्चा तो अब लौटकर नहीं आएगा, लेकिन मुझे न्याय चाहिए। दोषियों को सख्त सजा मिले।"
20 घंटे बाद मिला शव
आर्यन के डूबने के बाद काफी खोजबीन हुई, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। करीब 20 घंटे बाद एसडीआरएफ की टीम ने नदी से उसका शव बरामद किया।पिपरा थाना प्रभारी रामकुमार पाल ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार बच्चे की मौत पानी में डूबने से हुई है और शरीर पर किसी तरह की चोट नहीं पाई गई। पुलिस ने कुछ लोगों को नामजद कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।छह महीने बीत चुके हैं, लेकिन परिजन अब भी न्याय की आस में हैं। रवि कुमार का कहना है कि "हमारा बेटा मारा गया है, हमें न्याय चाहिए। हम पुलिस की जांच पर नजर बनाए हुए हैं, लेकिन जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती, चैन नहीं मिलेगा।"