भागलपुर। खुद को रेलवे का कर्मचारी बताकर फ्री में सफर करने वाले एक फर्जी लोको पायलट को आरपीएफ ने गिरफ्तार किया है। मामला रविवार देर रात का है, जब भागलपुर रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ की टीम ने संदिग्ध रूप से घूम रहे एक युवक को हिरासत में लिया। पूछताछ में जो खुलासा हुआ, वह चौंकाने वाला था।गिरफ्तार युवक की पहचान जमुई जिले के रहने वाले विकास कुमार के रूप में हुई है।
वह इन दिनों आसनसोल में रहकर धनबाद स्थित एक आईटीआई कॉलेज में पढ़ाई करता है। जानकारी के मुताबिक, विकास खुद को लोको पायलट बताकर कई बार फ्री में रेल यात्रा कर चुका है। वो गले में रेलवे का रिबन और फर्जी पहचान पत्र लटकाकर ऐसा करता था, ताकि कोई उस पर शक न कर सके।
जब आरपीएफ ने उसकी तलाशी ली, तो उसके पास से रेलवे की ड्रेस, फर्जी आईडी कार्ड और रेलवे का रिबन बरामद हुआ। पूछताछ में युवक ने बताया कि ड्रेस आईटीआई कॉलेज की है और रिबन उसने बाजार से सिर्फ 30 रुपए में खरीदा था। इसके बाद खुद से एक फर्जी आईडी बनवाकर वह खुद को लोको पायलट बताने लगा।
रेलवे पुलिस के अनुसार, युवक जीरोमाइल से लौटकर भागलपुर स्टेशन पहुंचा था और किसी ट्रेन में चढ़ने ही वाला था, तभी वहां ड्यूटी पर तैनात टीटी की नजर उसके गले में लटके रेलवे रिबन पर गई। शक होने पर टीटी ने उससे पूछताछ शुरू की। पहले तो युवक ने खुद को असली लोको पायलट बताया लेकिन जब गहराई से पूछताछ की गई तो सच्चाई सामने आ गई।
पूछताछ में विकास ने यह भी बताया कि कॉलेज आने-जाने के लिए उसने यह फर्जीवाड़ा किया था ताकि बिना टिकट ट्रेन में सफर कर सके।फिलहाल रेलवे पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि युवक के साथ इस फर्जीवाड़े में और कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं।
साथ ही इस तरह के अन्य मामलों पर भी नजर रखी जा रही है।रेलवे प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी तुरंत रेलवे सुरक्षा बल या पुलिस को दें ताकि समय रहते कार्रवाई हो सके।