पटना। शुक्रवार को राजधानी पटना से सटे फुलवारी शरीफ में सामने आई, जहां किसान कॉलोनी फेज वन में दिनदहाड़े एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान मोकामा के औंटा निवासी नवनीत सिंह उर्फ फागो के रूप में हुई है। नवनीत केंद्रीय अर्धसैनिक बल (CRPF) में कार्यरत शैलेंद्र सिंह का बेटा था।पुलिस सूत्रों की मानें तो नवनीत का संबंध पश्चिम बंगाल की जेल में बंद कुख्यात सोना लुटेरा सुबोध सिंह से था। वह सुबोध का दाहिना हाथ माना जाता था और कई बड़ी लूट की घटनाओं में उसकी सक्रिय भूमिका रही है। पुलिस को शक है कि नवनीत की हत्या सोना के बंटवारे को लेकर गैंग के अंदर ही हुए आपसी विवाद का नतीजा है।
घटनास्थल पर मिला हथियार, मोबाइल और बाइक
मौके पर पहुंची पुलिस और FSL की टीम को नवनीत के पास से 9 एमएम की एक पिस्टल, कारतूस, दो मोबाइल फोन, एक बाइक और हेलमेट बरामद हुआ है। पुलिस ने घटनास्थल से दो खोखा और एक जिंदा कारतूस भी जब्त किया है।घटना शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे की है। नवनीत बाइक के पास खड़ा था तभी दो युवक बाइक से आए और उसे घेर लिया। इसके बाद एक ने कनपटी और दूसरे ने सीने के पास गोली मारी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद दोनों आरोपी युवक फरार हो गए। पुलिस को नवनीत की बाइक की जांच में पता चला कि उसका रजिस्ट्रेशन नालंदा जिले के रोहित कुमार के नाम पर है। नवनीत के पास से मिला मोबाइल फोन को भी खंगाला जा रहा है, लेकिन वह अब तक अनलॉक नहीं हुआ है। फोन में लगा सिम कार्ड कोलकाता का है।
लूटकांड में भूमिका
26 जुलाई 2024 को पूर्णिया के तनिष्क शोरूम में हुए 3 करोड़ 70 लाख रुपये के सोना लूटकांड की साजिश में नवनीत का नाम सामने आया था। इस मामले में STF ने उसे शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र से 1 अगस्त को आयुष नामक युवक के साथ गिरफ्तार किया था। आयुष शिवपुरी में स्टूडियो चलाता था। आरोप है कि दोनों ने लूटकांड में शामिल अपराधियों के फर्जी आधार कार्ड बनाए थे और उन्हें बाइक, ठिकाना व अन्य संसाधन मुहैया कराया था।सूत्रों की मानें तो नवनीत की भूमिका 31 जनवरी 2025 को दानापुर के जीवा शोरूम और 10 मार्च 2025 को आरा के तनिष्क शोरूम में हुई सोना लूट में भी रही है। वह पहले माइंस बाइकर्स गैंग से जुड़ा था और बाद में सुबोध सिंह गैंग का हिस्सा बन गया। नवनीत कई बार राजीवनगर और पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र से जेल भी जा चुका था।
तीन नंबर, तीनों बंद
पुलिस को नवनीत के दो मोबाइल मिले, जिसमें से एक आईफोन है। डायल लिस्ट में तीन नंबर मिले हैं, जो फिलहाल बंद हैं। पुलिस को शक है कि नवनीत की हत्या से पहले इन नंबरों से उसकी बात हुई थी। पुलिस इन नंबरों की जांच कर रही है। साथ ही ये भी खुलासा हुआ है कि नवनीत सूद पर पैसा भी लगाता था।फुलवारी शरीफ थाने के थानेदार एम. हैदरी ने बताया कि युवक की पहचान हो चुकी है और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। नवनीत के पिता ने समीर आनंद नाम के युवक पर हत्या का शक जताया है।
सुबोध गैंग का नेटवर्क
नवनीत का संबंध उस गैंग से था जिसने छोटी-मोटी चोरियों से शुरुआत की थी और बाद में 7 राज्यों में फैले एक बड़े सोना लूट नेटवर्क में तब्दील हो गया। यही गैंग पूर्णिया के तनिष्क शोरूम से लूट को अंजाम देने वाले सात बदमाशों का भी संरक्षक था।पुलिस अब इस हत्याकांड को पूर्व के लूटकांड से जोड़कर देख रही है और सभी संदिग्धों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी में है। DIG विकास कुमार ने पहले ही लूटकांड में तीन लाख का इनाम घोषित किया था और कहा था कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।जांच तेजी से चल रही है और पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इस हत्याकांड के पीछे के पूरे साजिश का पर्दाफाश हो जाएगा।