गया: रेल डिपो में करोड़ों की गड़बड़ी, CBI और रेल विजिलेंस ने मारा छापा, तीन कर्मचारी हिरासत में
गया। गया जंक्शन स्थित रेलवे डिपो से रेल सामग्री की चोरी और गड़बड़ी के मामले में पटना सीबीआई और हाजीपुर रेल विजिलेंस की संयुक्त टीम ने सोमवार को करीब 11 घंटे तक छापेमारी की। यह कार्रवाई सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक चली। इस दौरान डिपो से जुड़े तीन रेलकर्मियों को हिरासत में लिया गया, जिनमें डिपो इंचार्ज सीनियर सेक्शन इंजीनियर (ट्रैक डिपो) आरडी चौधरी शामिल हैं। टीम इन सभी को पूछताछ के लिए पटना ले गई, जहां इनसे डिटेल पूछताछ जारी है।
यह कार्रवाई डेहरी स्टेशन पर तैनात सीनियर रेल सेक्शन इंजीनियर राजकुमार के खिलाफ पहले से चल रही जांच के तहत हुई, जिन पर रेलवे की करोड़ों की सामग्री चोरी कर बेचने का गंभीर आरोप है। सूत्रों के अनुसार, दो दिन पहले डेहरी और सोननगर में भी सीबीआई और रेल विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए चार रेलकर्मियों को गिरफ्तार किया था। उसी जांच की कड़ी में अब गया जंक्शन पर यह छापेमारी हुई है। यह गया में CBI की पहली बड़ी कार्रवाई है, जिससे रेलवे कर्मचारियों में खलबली मच गई है।
जांच में यह बात सामने आई है कि डिपो में आने वाली सामग्री को ठेकेदार और ग्रुप डी कर्मियों की मिलीभगत से बेच दिया जाता था। सीबीआई को ठोस सबूत मिले हैं कि सामान की खरीद-बिक्री में बड़े पैमाने पर लेन-देन हो रहा था। सूत्रों की मानें तो इसमें आय से अधिक संपत्ति का मामला भी उभर सकता है।
छापेमारी के पीछे रेल संपत्ति की अवैध बिक्री और कई करोड़ की अवैध कमाई की जानकारी थी। इसी सूचना के आधार पर पटना सीबीआई की 5 सदस्यीय टीम जिसमें एक डीएसपी, तीन इंस्पेक्टर और एक स्टाफ शामिल था, हाजीपुर से आए दो विजिलेंस अधिकारियों के साथ छापेमारी में जुटी रही। टीम ने जब्त दस्तावेजों और रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि आगे कई और कर्मचारियों की गिरफ्तारी हो सकती है। इस नेटवर्क में अन्य डिपो और अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं।
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