रांची के एनयूएसआरएल ने सादगी से मनाया अपना 16वां स्थापना दिवस, सामाजिक जिम्मेदारी और कानूनी सेवा में निभा रहा अग्रणी भूमिका
रांची। नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ (एनयूएसआरएल), रांची का 16वां स्थापना दिवस शनिवार को सादगीपूर्ण तरीके से मनाया गया। समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्र राव थे। उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि एनयूएसआरएल सामाजिक जिम्मेदारी और कानूनी सेवा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। आज के समय में कानूनी शोध और विशेषज्ञता का महत्व अत्यधिक बढ़ गया है और विश्वविद्यालय इस दिशा में सराहनीय कार्य कर रहा है।
समारोह में कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) अशोक आर. पाटिल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एनयूएसआरएल की NIRF रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और यह अब देश के शीर्ष 10 राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों में स्थान बनाने की ओर अग्रसर है।
समारोह में विशेष अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद, झारखंड राज्य के महाधिवक्ता राजीव रंजन और रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री उपस्थित रहे। इसके अलावा झारखंड उच्च न्यायालय के कई न्यायाधीश, अधिवक्ता, केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड और सरला बिरला विश्वविद्यालय सहित अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
महाधिवक्ता राजीव रंजन ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें जिला एवं सत्र न्यायालयों में कार्य करने के लिए भी प्रेरित किया जाना चाहिए। वहीं न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद ने विश्वविद्यालय के प्रारंभिक दिनों की यादें साझा करते हुए शिक्षकों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत की सराहना की।
समारोह के दौरान विश्वविद्यालय परिसर में 200 मेगावाट के नए सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन किया गया, जिससे अब कुल सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता 300 मेगावाट हो गई है। इसके साथ ही एक नए पावर हाउस का भी उद्घाटन हुआ। इस मौके पर एनयूएसआरएल और सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड (सीयूजे) के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए गए, जिससे दोनों संस्थानों के बीच अकादमिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
समारोह में विश्वविद्यालय के 35 छात्रों और 13 टीमों को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। साथ ही 15 छात्रों को मेरिट और खेल छात्रवृत्ति प्रदान की गई। 10 वर्ष से अधिक सेवा देने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में असिस्टेंट रजिस्ट्रार डॉ. जीसु केतन पटनायक ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
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