बिहार में बड़ा रेल हादसा: मगध एक्सप्रेस दो हिस्सों में बंटी, 9 डिब्बे पीछे छूटे, इंजन 13 कोच लेकर आगे बढ़ा
बक्सर। बिहार के बक्सर में रविवार को एक बड़ा रेल हादसा होने से बाल-बाल बचा। नई दिल्ली से इस्लामपुर जा रही मगध एक्सप्रेस अचानक दो हिस्सों में बंट गई। कपलिंग टूटने के कारण यह हादसा हुआ, जिसमें इंजन और 13 कोच आगे निकल गए, जबकि 9 डिब्बे पीछे छूट गए। यह घटना बक्सर जिले के रघुनाथपुर और टुड़ीगंज के बीच दिन में लगभग 11:07 बजे हुई। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन यात्रियों में भारी दहशत और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
कपलिंग टूटने से ट्रेन दो हिस्सों में बंटी
हावड़ा-नई दिल्ली रेल मार्ग पर धरौली हॉल्ट के पास यह दुर्घटना हुई। जैसे ही कपलिंग टूटी, ट्रेन में जोरदार झटके लगे और इंजन 13 कोचों को लेकर आगे बढ़ गया, जबकि 9 डिब्बे पीछे छूट गए। ट्रेन के रुकने के बाद, यात्रियों ने जान बचाने के लिए आपातकालीन खिड़कियों और गेटों से कूदकर बाहर निकलने की कोशिश की। घटना स्थल पर अफरातफरी का माहौल था, लेकिन गनीमत रही कि किसी भी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई।
हादसे के बाद परिचालन ठप, रेल प्रशासन में हड़कंप
इस हादसे के बाद पूरे रेल मार्ग पर गाड़ियों का परिचालन रोक दिया गया। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की टीम और स्थानीय प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंची। रेलवे सुरक्षा बल के प्रभारी निरीक्षक दीपक कुमार ने जानकारी दी कि इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया है और कपलिंग टूटने की जांच की जा रही है। घटना के तुरंत बाद इंजन सहित आगे के 13 कोचों को रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन लाया गया, जबकि पीछे छूटे 9 डिब्बे अब भी ट्रैक पर हैं। हादसे के बाद से रेल सेवाएं बाधित हैं, और अन्य गाड़ियों का संचालन भी रोक दिया गया है।
डुमरांव स्टेशन से निकलते ही हुआ हादसा
मगध एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 20802 डाउन) डुमरांव रेलवे स्टेशन से सुबह 11:00 बजे रवाना हुई थी और सिर्फ 7 मिनट बाद ही टुड़ीगंज से आगे बढ़ते ही धरौली हॉल्ट के पास जोरदार आवाज के साथ ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई। लोको पायलट और गार्ड ने पहले यह समझा कि ट्रेन पटरी से उतर गई है, लेकिन इमरजेंसी ब्रेक लगाने और नीचे उतरकर जांच करने पर पता चला कि कोच S6 और S7 के बीच की कपलिंग टूट गई थी।
यात्रियों में दहशत, राहत की बात- कोई हताहत नहीं
इस हादसे के बाद यात्रियों में भारी दहशत फैल गई। लोग आपातकालीन खिड़कियों और दरवाजों से बाहर निकलने के लिए धक्का-मुक्की करते दिखे। घटना के समय ट्रेन में कुल 22 कोच थे, जिनमें एसी, स्लीपर, जनरल और दिव्यांग बोगी शामिल थे। पीछे छूटे 9 डिब्बों में स्लीपर क्लास की 6 बोगियां, 2 जनरल बोगियां और 1 दिव्यांग बोगी शामिल थी। रेलवे प्रशासन के अनुसार, कपलिंग टूटने का कारण तकनीकी खराबी हो सकती है, जिसकी जांच की जा रही है। इस बीच, ट्रेन के यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं और रेल सेवाओं को जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
जांच जारी, जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई
रेल प्रशासन ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं। कपलिंग टूटने का कारण जानने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम बनाई गई है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इस रूट पर गाड़ियों का परिचालन ठप है और यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
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