BPSC पर बिहार बंद: पेपर लीक मामलों को लेकर पटना में प्रदर्शन, पप्पू यादव का समर्थन
पटना। बिहार में बीपीएससी परीक्षा और अन्य परीक्षाओं में पेपर लीक के मामलों को लेकर छात्रों और युवा संगठनों ने सड़क पर उतर कर जोरदार प्रदर्शन किया। पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव के नेतृत्व में रविवार, 12 जनवरी को बिहार बंद का आह्वान किया गया। इस बंद का समर्थन भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की आजाद पार्टी और एआईएमआईएम ने भी किया।
पेपर लीक के खिलाफ आंदोलन
शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में पप्पू यादव ने कहा कि पेपर लीक की घटनाओं ने देश की परीक्षाओं की साख को चोट पहुंचाई है। उन्होंने कहा, "यह सिर्फ बीपीएससी की बात नहीं है, बल्कि सिपाही भर्ती, क्लर्क परीक्षा और मेडिकल परीक्षा जैसी कई प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक हो रहे हैं। यह पूरी व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है।"
सरकार पर गंभीर आरोप
पप्पू यादव ने सरकार और अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि बिना उच्च स्तर पर मिलीभगत के पेपर लीक जैसी घटनाएं संभव नहीं हैं। हाल ही में जदयू विधायक के भतीजे के पास से मेडिकल परीक्षा से संबंधित जले हुए एडमिट कार्ड और कागजात मिलने के मामले ने इस मुद्दे को और गर्मा दिया है। उन्होंने इसे छात्रों के भविष्य को बर्बाद करने की साजिश बताया।
विधानसभा में उठेगी आवाज
पप्पू यादव ने ऐलान किया कि आगामी 31 मार्च से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सदन को तब तक नहीं चलने दिया जाएगा जब तक पेपर लीक मामलों पर व्यापक चर्चा न हो।
छात्रों और संगठनों का प्रदर्शन
पटना की सड़कों पर छात्रों और युवा संगठनों का प्रदर्शन सुबह से ही जारी रहा। छात्रों ने बीपीएससी के खिलाफ नारे लगाए और पेपर लीक मामलों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
पेपर लीक कब बंद होगा?
पप्पू यादव ने कहा, "हमारा सवाल है कि देश में पेपर लीक की घटनाएं कब बंद होंगी। यह सिर्फ एक परीक्षा का मुद्दा नहीं है, बल्कि लाखों छात्रों के सपनों और भविष्य का सवाल है। सरकार को इस पर सख्त कदम उठाने होंगे।"
बंद का व्यापक असर
बिहार बंद के कारण कई जिलों में यातायात और दैनिक गतिविधियां प्रभावित हुईं। पटना, पूर्णिया, गया, और अन्य प्रमुख शहरों में दुकानों और बाजारों पर बंद का असर देखा गया। छात्रों ने रेलवे ट्रैक और सड़कों पर बैठकर प्रदर्शन किया, जिससे यातायात बाधित हुआ।
संबंधित संगठनों का समर्थन
भीम आर्मी, एआईएमआईएम, और अन्य संगठनों ने भी बंद को समर्थन दिया है। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि यह समय है जब छात्रों और युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए एकजुट होकर आवाज उठाई जाए।
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