बिहार में भी बुलडोजर एक्शन की जरूरत : सुशील सिंह
औरंगाबाद में बढ़ती हत्याओं पर पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने जताई चिंता
औरंगाबाद। औरंगाबाद जिले में हाल के दिनों में हत्या की घटनाओं में अचानक बढ़ोतरी हुई है। मामूली विवादों के कारण हो रही इन हत्याओं ने जिले के माहौल को भयावह बना दिया है। पिछले दिनों में तीन अलग-अलग घटनाओं में व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय सिंह, बस कंडक्टर मंजय कुमार सिंह और मदनपुर के कुशा में बैर गांव के प्रिंस कुमार की हत्या कर दी गई। इन घटनाओं को लेकर जिले में आक्रोश और चिंता का माहौल है। इसे लेकर पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता की। पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने इन घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि जिले में अपराधियों का मनोबल तेजी से बढ़ा है। बस कंडक्टर मंजय कुमार सिंह को दिनदहाड़े केवल बस को आगे बढ़ाने के विवाद में मार दिया गया। प्रिंस कुमार की 30 लोगों ने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी, जिसमें खास वर्ग द्वारा रंगदारी का मामला सामने आया है। व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय सिंह की हत्या राजनीतिक विवाद के चलते कर दी गई।
मामूली विवाद में हत्या, अपराधियों के बढ़े हौसले
सुशील कुमार सिंह ने कहा कि इन घटनाओं में जमीनी विवाद या पुरानी रंजिश जैसी कोई बड़ी वजह नहीं थी। यह दिखाता है कि जिले में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि मामूली विवादों में ही हत्याएं कर रहे हैं।
फास्ट ट्रैक ट्रायल और बुलडोजर एक्शन की मांग
पूर्व सांसद ने प्रशासन से इन मामलों में फास्ट ट्रैक ट्रायल की अपील की ताकि अपराधियों को शीघ्र और कठोर सजा मिल सके। उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध को रोकने के लिए बुलडोजर एक्शन की जरूरत है। इससे अपराधियों में खौफ पैदा होगा और अपराध पर नियंत्रण किया जा सकेगा।
पुलिस कप्तान से उम्मीदें, जनता में भय का माहौल
उन्होंने जिले के युवा पुलिस कप्तान पर भरोसा जताते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पुलिस प्रशासन इन घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई करेगा। साथ ही उन्होंने जिले की जनता के भयमुक्त जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि मौजूदा माहौल में आम लोगों का जीवन कठिन हो गया है, और अपराधियों के खौफ से मुक्त समाज बनाने के लिए त्वरित और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। सुशील कुमार सिंह ने कहा कि एनडीए सरकार अपराध को लेकर गंभीर है। उन्होंने पिछली पुलिसिया कार्रवाइयों का जिक्र करते हुए कहा कि कई अपराधियों का एनकाउंटर हुआ है और उन्हें कठोर सजा मिली है। अब जरूरत है कि औरंगाबाद में भी इसी तर्ज पर त्वरित कार्रवाई हो। औरंगाबाद के लोग अब प्रशासन और सरकार से जल्द और कठोर कदम उठाने की उम्मीद कर रहे हैं ताकि जिले में कानून-व्यवस्था बहाल हो और सभी लोग निर्भीक होकर जीवन जी सकें।