देश में कोरोना जैसे HMPV के 18 मामले: छोटे बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित, राज्यों ने बढ़ाई सतर्कता
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस जैसे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामलों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। सोमवार को पुडुचेरी में एक और बच्चे में HMPV संक्रमण की पुष्टि हुई। इससे पहले 3 और 5 साल के दो बच्चे संक्रमित पाए गए थे। पुडुचेरी के मेडिकल सर्विस डायरेक्टर वी. रविचंद्रन ने बताया कि संक्रमित बच्चे को बुखार और खांसी जैसी शिकायतें थीं। उसे 10 जनवरी को जेआईपीएमईआर अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अब उसकी हालत में सुधार हो रहा है।
राज्यों में HMPV के मामले
- गुजरात: सबसे ज्यादा 4 मामले
- महाराष्ट्र: 3 मामले
- कर्नाटक और तमिलनाडु: 2-2 मामले
- उत्तर प्रदेश, राजस्थान, असम और बंगाल: 1-1 मामला
राज्यों में सतर्कता बढ़ी
HMPV के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्यों ने सतर्कता बढ़ा दी है।
- पंजाब: बुजुर्गों और बच्चों को मास्क पहनने की सलाह।
- गुजरात: अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं।
- हरियाणा: स्वास्थ्य विभाग को निगरानी के आदेश।
छोटे बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित
HMPV से संक्रमित मरीजों में कोविड-19 जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई। इसका सबसे ज्यादा असर 2 साल से कम उम्र के बच्चों पर देखा जा रहा है।
केंद्र ने राज्यों को दिए निर्देश
केंद्र सरकार ने राज्यों को 'इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस' (ILI) और 'गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण' (SARI) जैसी बीमारियों की निगरानी बढ़ाने और HMPV को लेकर जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए हैं।
सरकार की तैयारी
चीन में HMPV के मामलों के बढ़ने पर इमरजेंसी जैसे हालात की खबरों के बीच, भारत सरकार ने 4 जनवरी को जॉइंट मॉनिटरिंग ग्रुप की बैठक की। सरकार ने कहा कि सर्दी के मौसम में फ्लू जैसी बीमारियां असामान्य नहीं हैं।
- ICMR और IDSP: दोनों एजेंसियों के निगरानी तंत्र ने बताया कि ILI और SARI मामलों में कोई असामान्य बढ़त नहीं हुई है।
- HMPV टेस्टिंग: ICMR लैब की संख्या बढ़ाएगा और सालभर HMPV के मामलों पर नजर रखेगा।
सरकार का बयान
"भारत में फ्लू और सांस संबंधी बीमारियों की जांच और उपचार के लिए मजबूत सिस्टम मौजूद है। WHO के साथ मिलकर चीन की स्थिति पर भी नजर रखी जा रही है।"
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BIHAR - JHARKHAND
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