कैमूर के मुंडेश्वरी धाम में रोप-वे निर्माण को हरी झंडी, मुख्यमंत्री का श्रद्धालुओं को तोहफा
कैमूर। बिहार के ऐतिहासिक और प्राचीनतम शक्तिपीठ मां मुंडेश्वरी धाम जाने वाले भक्तों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नए साल 2025 में बहुप्रतीक्षित रोप-वे निर्माण कार्य शुरू करने की मंजूरी दी है। इस परियोजना से न केवल श्रद्धालुओं को सहूलियत मिलेगी, बल्कि स्थानीय रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
रोप-वे निर्माण के लिए भूमि हस्तांतरण
भगवानपुर के मौजा टोड़ी में 6.46 एकड़ जमीन का नि:शुल्क हस्तांतरण बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को किया है। रोप-वे निर्माण पर अनुमानित लागत 1265 करोड़ रुपये है। भूमि की कमी के कारण यह परियोजना कई सालों से लंबित थी।
शक्ति पीठ का महत्व
मां मुंडेश्वरी धाम, जो कैमूर जिले में 600 फीट ऊंची पिवाड़ा पहाड़ी की चोटी पर स्थित है, देश के सबसे प्राचीन शक्तिपीठों में से एक है। यहां पंचमुखी शिवलिंग और मां मुंडेश्वरी के दर्शन के लिए हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। रोप-वे का निर्माण विशेष रूप से बुजुर्गों, दिव्यांगों और बच्चों के लिए राहतकारी होगा, जो पहाड़ी पर चढ़ने में असमर्थ रहते हैं।
केंद्र और राज्य सरकार की अनुमति
पर्यटन विभाग के अनुसार, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) और केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने रोप-वे निर्माण के लिए आवश्यक एनओसी जारी कर दी है। अब केवल विभागीय और कागजी औपचारिकताएं पूरी की जानी बाकी हैं।
श्रद्धालुओं और पर्यटन को बढ़ावा
रोप-वे के निर्माण से न केवल श्रद्धालुओं को माता के दर्शन करने में सुविधा होगी, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय दुकानदारों और अन्य व्यापारियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। सीमावर्ती उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के अलावा विदेशों से आने वाले भक्त भी इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
धार्मिक न्यास समिति ने जताया आभार
धार्मिक न्यास समिति के सचिव अशोक कुमार सिंह ने इस पहल के लिए मुख्यमंत्री और बिहार सरकार का आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी राहत होगी और उनकी वर्षों पुरानी मांग को पूरा करेगी।
आने वाले समय की उम्मीदें
इस रोप-वे परियोजना के पूरा होने के बाद, श्रद्धालु झूले के माध्यम से माता के दरबार तक आसानी से पहुंच सकेंगे। यह परियोजना न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि आर्थिक और पर्यटन के दृष्टिकोण से भी राज्य के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।
About The Author
Journalist
BIHAR - JHARKHAND
मैं पिछले 7 वर्षों से बिहार और झारखंड में पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्यरत हूँ। इस दौरान, मैंने पत्रकारिता के हर पहलू को गहराई से समझा है और इस क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई है। बिहार और झारखंड की सामाजिक, सांस्कृतिक, और राजनीतिक घटनाओं पर गहरी नजर रखते हुए, मैंने इन दोनों राज्यों के विभिन्न मुद्दों को उजागर करने और लोगों तक सही और प्रामाणिक जानकारी पहुँचाने का प्रयास किया है।पत्रकारिता के इस सफर में, मैंने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन हर बार मैंने उन्हें एक अवसर के रूप में लिया और अपने कार्य को न केवल एक जिम्मेदारी बल्कि एक सेवा के रूप में निभाया है। मेरा लक्ष्य हमेशा से ही यही रहा है कि जनता को सत्य और निष्पक्ष खबरें प्रदान की जाएं, ताकि वे जागरूक और सूचित रहें। मैंने इस दौरान कई महत्वपूर्ण घटनाओं को कवर किया है, और अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश की है।