औरंगाबाद: 1 सितंबर को आयोजित होने वाली श्री कृष्ण बाल रूप-सज्जा प्रतियोगिता स्थगित
आयोजन समिति ने नई तिथि की घोषणा जल्द करने का दिया आश्वासन
औरंगाबाद। अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती की औरंगाबाद जिला इकाई द्वारा 1 सितंबर, 2024 को आयोजित होने वाली श्री कृष्ण बाल रूप-सज्जा प्रतियोगिता को अचानक स्थगित कर दिया गया है। यह प्रतियोगिता जन्माष्टमी उत्सव के अंतर्गत आयोजित होने वाली थी और इसमें बच्चों को भगवान श्री कृष्ण के विभिन्न बाल रूपों में सजाया जाना था संस्कार भारती जिला इकाई की बैठक में इस आयोजन को स्थगित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में आयोजन से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। विशेषकर, कुछ अप्रत्याशित परिस्थितियों के कारण इस समय प्रतियोगिता को आयोजित करना संभव नहीं हो पाया। समिति ने माना कि इन परिस्थितियों का समाधान किए बिना कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संचालित करना मुश्किल हो सकता है। संस्था के सदस्यों ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया कि प्रतियोगिता को और भी बेहतर और व्यवस्थित रूप से आयोजित करने के लिए कुछ और समय लिया जाए। इससे न केवल प्रतियोगिता की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि प्रतिभागियों, आयोजकों और दर्शकों की सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा जा सकेगा। इस निर्णय का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जब प्रतियोगिता आयोजित हो, तो वह एक यादगार और प्रेरणादायक आयोजन बने। संस्था ने सभी प्रतिभागियों, अभिभावकों और संबंधित पक्षों को आश्वस्त किया है कि प्रतियोगिता की नई तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी। इस तिथि की जानकारी सभी को विभिन्न माध्यमों से दी जाएगी, ताकि सभी को तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल सके। इस महत्वपूर्ण बैठक में मेघनाथ कुमार, भोला, पवन, दीपशिखा, मोनू, अभिषेक, मृतुन्जय, शशि, चन्दन , पंकज, रवि और रिकी सहित अन्य महत्वपूर्ण सदस्य उपस्थित थे। सभी ने मिलकर इस निर्णय पर मुहर लगाई और आयोजन को और भी सफल बनाने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया। संस्कार भारती की ओर से यह निर्णय निश्चित रूप से आयोजन की सफलता के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा और जब भी प्रतियोगिता आयोजित होगी, वह एक भव्य और अद्वितीय उत्सव के रूप में सामने आएगी।
About The Author
Journalist
BIHAR - JHARKHAND
मैं पिछले 7 वर्षों से बिहार और झारखंड में पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्यरत हूँ। इस दौरान, मैंने पत्रकारिता के हर पहलू को गहराई से समझा है और इस क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई है। बिहार और झारखंड की सामाजिक, सांस्कृतिक, और राजनीतिक घटनाओं पर गहरी नजर रखते हुए, मैंने इन दोनों राज्यों के विभिन्न मुद्दों को उजागर करने और लोगों तक सही और प्रामाणिक जानकारी पहुँचाने का प्रयास किया है।पत्रकारिता के इस सफर में, मैंने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन हर बार मैंने उन्हें एक अवसर के रूप में लिया और अपने कार्य को न केवल एक जिम्मेदारी बल्कि एक सेवा के रूप में निभाया है। मेरा लक्ष्य हमेशा से ही यही रहा है कि जनता को सत्य और निष्पक्ष खबरें प्रदान की जाएं, ताकि वे जागरूक और सूचित रहें। मैंने इस दौरान कई महत्वपूर्ण घटनाओं को कवर किया है, और अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश की है।