‘डायल 112’ आपातकालीन सेवा ने बिहार में लगभग 20 लाख लोगों तक पहुंच बनाई
पटना। पिछले दो वर्षों में बिहार में 'डायल 112' आपातकालीन सेवा ने लगभग 20 लाख लोगों तक सहायता पहुंचाई है, जो औसतन प्रतिदिन 5000 लोगों की सेवा कर रही है। यह सेवा राज्य के नागरिकों के लिए आपातकालीन स्थिति में पुलिस सहायता प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण साधन बन गई है। बिहार लाइसेंस सेवा क्षेत्र के अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस उपलब्धि के साथ बिहार ने देश में ‘डायल 112’ सेवा के तहत प्रतिदिन की कॉल हैंडलिंग में दूसरा स्थान हासिल किया है। यह सेवा की प्रभावशीलता और दक्षता का प्रमाण है।
बढ़ती कॉल संख्या और अनजाने में की गई कॉल्स का प्रभाव
24 जून 2024 को, लगभग 4 करोड़ कॉल्स की गईं, जिनमें से ऑपरेटरों द्वारा प्राप्त अंतिम कॉल्स (8 दबाने के बाद) केवल 25 लाख थीं, जो कुल कॉल्स का लगभग 6% है। इससे यह स्पष्ट होता है कि बड़ी संख्या में लोग अनजाने में 112 नंबर पर कॉल कर रहे हैं, जिससे पूरे सिस्टम पर अनावश्यक दबाव बढ़ रहा है। अधिकारियों के अनुसार, यह समस्या मुख्य रूप से मोबाइल फोन की सेटिंग्स के कारण उत्पन्न हो रही है, जो विभिन्न मॉडल्स के हिसाब से अलग-अलग होती है। जनता से अपील की जा रही है कि वे अपने मोबाइल हैंडसेट्स की सेटिंग्स की समीक्षा करें ताकि अनजाने में की जा रही कॉल्स को रोका जा सके। इससे उन व्यक्तियों को जल्दी सहायता मिल सकेगी जिन्हें वास्तव में आपातकालीन सेवा की आवश्यकता है, और सर्किट्स पर अनावश्यक दबाव भी नहीं पड़ेगा।
जनता से अपील
सार्वजनिक हित में, सभी से अनुरोध किया जाता है कि बिना किसी वास्तविक आवश्यकता के '112' नंबर पर अनावश्यक कॉल न करें। इससे आपातकालीन स्थिति में जरूरतमंद लोगों को तेजी से सेवा प्रदान करने में मदद मिलेगी।