चक्रवात ‘दाना’: ओडिशा में आज रात टकराने की संभावना, 300 उड़ानें और 552 ट्रेनें रद्द

चक्रवात ‘दाना’: ओडिशा में आज रात टकराने की संभावना, 300 उड़ानें और 552 ट्रेनें रद्द

पुरी/कोलकाता। बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न चक्रवात ‘दाना’ ओडिशा के तट से आज रात लगभग 2 बजे टकराने की संभावना है। इसके प्रभाव से ओडिशा के कई हिस्सों में तेज बारिश और हवा चलने का अनुमान है। ओडिशा के भद्रक जिले में बारिश शुरू हो गई है, जबकि पश्चिम बंगाल के दीघा तट पर समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान

भुवनेश्वर स्थित मौसम केंद्र ने जानकारी दी है कि तूफान ओडिशा के भितरकनिका नेशनल पार्क और धामरा पोर्ट के समीप लैंड करेगा। इसकी लैंडफॉल प्रक्रिया लगभग 5 घंटे चलेगी, जिसमें हवा की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। बारिश के चलते ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में 30 सेमी (12 इंच) से अधिक बारिश की संभावना है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।

पश्चिम बंगाल में सुरक्षा उपाय

पश्चिम बंगाल सरकार ने चक्रवात के खतरे को देखते हुए 1,59,837 लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया है। इनमें से 83,537 लोग राहत शिविरों में हैं।

यातायात पर असर

तूफान के चलते भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट पर 300 उड़ानें रद्द की गई हैं। यह रद्दीकरण 25 अक्टूबर की सुबह 9 बजे तक जारी रहेगा। साथ ही, दक्षिण पूर्व रेलवे ने 150, पूर्वी तट रेलवे ने 198, पूर्वी रेलवे ने 190 और दक्षिण पूर्व केंद्रीय रेलवे ने 14 ट्रेनें रद्द की हैं। कुल मिलाकर 552 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं।

सुरक्षा प्रबंध

पुरी के जगन्नाथ मंदिर में अस्थायी टेंट हटा दिए गए हैं और सुरक्षित रखने के लिए एस्बेस्टस की छतों पर रेत की बोरियां रखी गई हैं। कोणार्क मंदिर भी दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। ओडिशा में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और फायर ब्रिगेड की 288 टीमें सक्रिय रूप से तैनात की गई हैं।

तूफान प्रभावित 14 जिलों के स्कूल और कॉलेज 25 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। सभी पर्यटन स्थलों और ओडिशा हाईकोर्ट को भी इस अवधि के लिए बंद किया गया है। सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियाँ भी रद्द कर दी गई हैं।

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BIHAR - JHARKHAND

 मैं पिछले 7 वर्षों से बिहार और झारखंड में पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्यरत हूँ। इस दौरान, मैंने पत्रकारिता के हर पहलू को गहराई से समझा है और इस क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई है। बिहार और झारखंड की सामाजिक, सांस्कृतिक, और राजनीतिक घटनाओं पर गहरी नजर रखते हुए, मैंने इन दोनों राज्यों के विभिन्न मुद्दों को उजागर करने और लोगों तक सही और प्रामाणिक जानकारी पहुँचाने का प्रयास किया है।पत्रकारिता के इस सफर में, मैंने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन हर बार मैंने उन्हें एक अवसर के रूप में लिया और अपने कार्य को न केवल एक जिम्मेदारी बल्कि एक सेवा के रूप में निभाया है। मेरा लक्ष्य हमेशा से ही यही रहा है कि जनता को सत्य और निष्पक्ष खबरें प्रदान की जाएं, ताकि वे जागरूक और सूचित रहें। मैंने इस दौरान कई महत्वपूर्ण घटनाओं को कवर किया है, और अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश की है। 

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