रोहतास में डीएम ने बेटियों से संवाद कर उन्हें किया प्रेरित
हर शनिवार होगी छात्राओं से बातचीत, योजनाओं की दी जाएगी जानकारी
सासाराम (रोहतास)। जिलाधिकारी उदिता सिंह ने शनिवार को समाहरणालय में "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" योजना के अंतर्गत शंकर इंटर स्तरीय विद्यालय, तकिया की 30 छात्राओं के साथ संवाद किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को प्रेरित करना, उनकी समस्याएं सुनना और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए मार्गदर्शन देना था।
नवाचार के रूप में शुरू हुआ जन संवाद
डीएम ने इस कार्यक्रम को नियमित रूप से हर शनिवार आयोजित करने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि प्रत्येक शनिवार को जिले की विभिन्न स्कूलों की छात्राओं के साथ संवाद किया जाएगा। इस दौरान उनकी समस्याओं को सुनने के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण और शिक्षा के महत्व पर चर्चा की जाएगी।
कार्यक्रम का विवरण
कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने समाहरणालय के विभिन्न विभागों का दौरा किया। अधिकारियों ने उन्हें महिलाओं और बच्चियों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
- सखी वन स्टॉप सेंटर: यहां प्रबंधक आफरीन तरन्नुम ने छात्राओं को महिलाओं के अधिकारों और कानूनी सुरक्षा के बारे में बताया।
- महिला हेल्पलाइन: कोऑर्डिनेटर सुनीता कुमारी ने "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।
डीएम ने क्या कहा?
डीएम ने छात्राओं से पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा अपने जीवन में लक्ष्य बनाएं और मोबाइल, रील्स जैसी बेकार चीजों में समय न गवाएं। आत्मनिर्भर बनकर अपने परिवार और समाज के लिए प्रेरणा बनें।" उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षा विभाग ने मार्च 2025 तक का रोस्टर जारी कर दिया है, जिसके तहत विभिन्न स्कूलों की छात्राएं इस संवाद कार्यक्रम में भाग लेंगी।
छात्राओं के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव
कार्यक्रम में मौजूद छात्राएं डीएम के साथ संवाद और समाहरणालय भ्रमण से काफी उत्साहित दिखीं। उन्होंने पहली बार प्रशासनिक कार्यों और योजनाओं की जानकारी सीधे अधिकारियों से प्राप्त की।
अभिभावकों और शिक्षकों का उत्साह
कार्यक्रम में शामिल प्रधानाध्यापक अजय कुमार सिंह, शिक्षक अमित राठौर और शिक्षिका माला सिंहा ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ाने और उनके उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में सहायक होंगे।
समाज को बदलने की पहल
जिलाधिकारी की इस पहल से न केवल छात्राओं को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि समाज में बेटियों की शिक्षा और सशक्तिकरण के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी। हर शनिवार आयोजित होने वाले इस संवाद कार्यक्रम से रोहतास जिले में एक सकारात्मक बदलाव की उम्मीद की जा रही है।
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