झारखंड विधानसभा: 11657.45 करोड़ का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश
महिला और ग्रामीण विकास पर विशेष जोर
रांची। झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने 11657.45 करोड़ रुपए का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया। इस बजट का मुख्य फोकस जनता से जुड़ी योजनाओं और विकास कार्यों पर रहा।
महिला और बाल विकास के लिए बड़ा आवंटन
महिला और बाल विकास विभाग को सबसे अधिक 6390.55 करोड़ रुपए की राशि दी गई है, जिसे "मंईयां सम्मान योजना" के तहत खर्च किया जाएगा। यह योजना महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाई गई है।
कृषि, ऊर्जा और शिक्षा विभाग को भी प्राथमिकता
अन्य प्रमुख क्षेत्रों में कृषि, ऊर्जा और शिक्षा शामिल हैं।
- कृषि एवं पशुपालन: किसानों और पशुपालकों की सहायता के लिए 250.06 करोड़ रुपए।
- ऊर्जा विभाग: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बिजली की सुविधा सुधारने के लिए 2577.92 करोड़ रुपए।
- स्कूली शिक्षा: शिक्षा व्यवस्था में सुधार और संसाधनों की बढ़ोतरी के लिए 272 करोड़ रुपए।
ग्रामीण विकास और पथ निर्माण पर जोर
ग्रामीण विकास के तहत सड़कों और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए 194.28 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। वहीं, पथ निर्माण के लिए 170.15 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
सत्र की शुरुआत और राज्यपाल का अभिभाषण
सत्र के आरंभ में विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने राज्यपाल के अभिभाषण का संदेश पढ़ा। इसके बाद राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने अपने अभिभाषण में राज्य के विकास के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना की।
सरकार की प्राथमिकताएं
यह बजट सरकार की उन प्राथमिकताओं को दर्शाता है, जिनसे जनता को सीधा लाभ मिलेगा। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों और महिलाओं की उन्नति के लिए सरकार ने अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है।
जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने की कोशिश
इस अनुपूरक बजट को झारखंड की जनता के लिए विकास का नया आधार माना जा रहा है। अब देखना होगा कि सरकार अपने इन प्रयासों को जमीनी स्तर पर कितनी प्रभावी तरीके से लागू करती है।
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