पटना: बालू लदे हाइवा ने स्कूटी सवार टीचर को कुचला, मौके पर मौत
विरोध में प्रदर्शन, तीन किमी तक जाम
पटना। दर्दनाक सड़क हादसे में बालू लोडेड हाइवा ने स्कूटी सवार टीचर को कुचल दिया। घटना इतनी भीषण थी कि 40 वर्षीय राजेश कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने पटना-बख्तियारपुर नेशनल हाईवे जाम कर दिया। इस प्रदर्शन से करीब तीन किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया।
मृतक की पहचान और पारिवारिक स्थिति
मृतक राजेश कुमार फतुहा थाना क्षेत्र के खोखना गांव के निवासी थे और चंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट कॉलेज में टीचर के पद पर कार्यरत थे। राजेश अपने परिवार में कमाने वाले इकलौते सदस्य थे। उनकी मौत ने परिवार को गहरे संकट में डाल दिया है। राजेश के परिवार में उनकी पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं। इससे पहले उनके दो भाइयों की भी मौत हो चुकी है एक सड़क हादसे में और दूसरे की करंट लगने से।
घटना का विवरण
घटना के दौरान हाइवा ने स्कूटी सवार को कुचलते हुए कुछ दूरी तक घसीट लिया। मृतक का शव हाइवा के दोनों चक्कों के बीच फंस गया था। इस हादसे ने स्थानीय लोगों में गुस्सा भर दिया, और उन्होंने सड़क पर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
प्रदर्शन और पुलिस की तैनाती
प्रदर्शनकारियों ने बीच सड़क पर आगजनी की और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। गुस्साई भीड़ को काबू में करने के लिए पांच से छह थानों की पुलिस तैनात की गई। हालांकि, प्रदर्शनकारी किसी भी समझौते के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। पुलिस ने मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और ट्रैफिक को सामान्य करने के प्रयास जारी हैं।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर पटना में सड़क सुरक्षा और भारी वाहनों की लापरवाही पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस क्षेत्र में बालू लदे ट्रकों की तेज गति और अनियंत्रित संचालन पहले भी हादसों का कारण बन चुकी है। राजेश कुमार की मौत न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक बड़ी क्षति है। प्रशासन को इस तरह के हादसों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
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