बिहार के पूर्व डीजीपी डीपी ओझा का निधन

 बिहार के पूर्व डीजीपी डीपी ओझा का निधन

पटना। बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) डीपी ओझा का निधन हो गया। उन्होंने पटना स्थित अपने आवास पर शुक्रवार सुबह करीब 3 बजे अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। डीपी ओझा 1967 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और राबड़ी देवी के शासनकाल में डीजीपी के पद पर रहे। डीपी ओझा अपनी कड़क छवि और निर्भीक फैसलों के लिए जाने जाते थे। डीजीपी बनने के बाद उन्होंने लालू यादव के करीबी माने जाने वाले बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन पर कड़ी कार्रवाई शुरू की। यही कारण था कि उनके और तत्कालीन सरकार के बीच मतभेद बढ़ गए।

शहाबुद्दीन पर सख्ती बनी चर्चा का केंद्र

राबड़ी देवी के शासन में डीजीपी के तौर पर डीपी ओझा ने शहाबुद्दीन पर सख्ती बरतते हुए कई ठोस कदम उठाए। उनके इस रुख ने उन्हें सरकार से दूर कर दिया। रिटायरमेंट से महज दो महीने पहले उन्हें डीजीपी पद से हटा दिया गया। इसके बाद उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले ली। 

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BIHAR - JHARKHAND

 मैं पिछले 7 वर्षों से बिहार और झारखंड में पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्यरत हूँ। इस दौरान, मैंने पत्रकारिता के हर पहलू को गहराई से समझा है और इस क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई है। बिहार और झारखंड की सामाजिक, सांस्कृतिक, और राजनीतिक घटनाओं पर गहरी नजर रखते हुए, मैंने इन दोनों राज्यों के विभिन्न मुद्दों को उजागर करने और लोगों तक सही और प्रामाणिक जानकारी पहुँचाने का प्रयास किया है।पत्रकारिता के इस सफर में, मैंने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन हर बार मैंने उन्हें एक अवसर के रूप में लिया और अपने कार्य को न केवल एक जिम्मेदारी बल्कि एक सेवा के रूप में निभाया है। मेरा लक्ष्य हमेशा से ही यही रहा है कि जनता को सत्य और निष्पक्ष खबरें प्रदान की जाएं, ताकि वे जागरूक और सूचित रहें। मैंने इस दौरान कई महत्वपूर्ण घटनाओं को कवर किया है, और अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश की है। 

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