गया पहुंचे विदेशी तीर्थयात्रियों का डीएम ने किया भव्य स्वागत, पितृपक्ष मेला में करेंगे पिंडदान

गया पहुंचे विदेशी तीर्थयात्रियों का डीएम ने किया भव्य स्वागत, पितृपक्ष मेला में करेंगे पिंडदान

गया। भगवान विष्णु की मोक्ष नगरी गयाजी धाम में चल रहे पितृपक्ष मेले के दौरान दुनियाभर से श्रद्धालु अपने पूर्वजों का पिंडदान करने के लिए पहुंच रहे हैं। शनिवार की रात विशेष रूप से 12 विदेशी तीर्थयात्री भी अपने पुरखों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान करने यहां पहुंचे। यह तीर्थयात्री वाराणसी होते हुए गयाजी पहुंचे और यहां के पवित्र स्थलों का दौरा किया, जिनमें विष्णुपद मंदिर, देवघाट और सीताकुंड प्रमुख हैं।इन विदेशी श्रद्धालुओं में रूस, नाइजीरिया, जर्मनी, घाना और अन्य अफ्रीकी देशों के लोग शामिल हैं। उनका स्वागत गया के ज़िला पदाधिकारी, डॉ. त्यागराजन एसएम ने संवाद सदन कार्यालय में किया। डीएम ने विदेशी तीर्थयात्रियों से उनके अनुभव साझा करने का अनुरोध किया, जिसमें उन्होंने पितृपक्ष मेले की व्यवस्थाओं और गया के सांस्कृतिक माहौल की सराहना की। तीर्थयात्रियों ने बताया कि वह पिछले 3-4 वर्षों से यहां आ रहे हैं और हर वर्ष व्यवस्थाओं में सुधार देख रहे हैं। इस वर्ष तीर्थयात्रियों को राज्य सरकार द्वारा पेयजल के रूप में गंगाजल की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिससे वे काफी प्रसन्न हैं। डीएम ने सभी विदेशी श्रद्धालुओं को गयाजी पर आधारित कॉफी टेबल बुक, तर्पण पुस्तिका और गंगाजल का पैकेट भेंट किया। सोमवार को ये तीर्थयात्री देवघाट, विष्णुपद और सीताकुंड के पवित्र स्थलों पर अपने पूर्वजों के लिए कर्मकांड करेंगे। इन धार्मिक अनुष्ठानों को आचार्य लोकनाथ गौड़ द्वारा संपन्न कराया जाएगा। आचार्य ने बताया कि विदेशी तीर्थयात्री अपने पूर्वजों का पिंडदान करने के लिए विशेष रूप से यहां पहुंचे हैं। गयाजी में हर वर्ष पितृपक्ष मेला के दौरान हजारों श्रद्धालु आते हैं और इस बार भी विभिन्न देशों से कई विदेशी पिंडदान के लिए पहुंचे हैं।

 

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BIHAR - JHARKHAND

 मैं पिछले 7 वर्षों से बिहार और झारखंड में पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्यरत हूँ। इस दौरान, मैंने पत्रकारिता के हर पहलू को गहराई से समझा है और इस क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई है। बिहार और झारखंड की सामाजिक, सांस्कृतिक, और राजनीतिक घटनाओं पर गहरी नजर रखते हुए, मैंने इन दोनों राज्यों के विभिन्न मुद्दों को उजागर करने और लोगों तक सही और प्रामाणिक जानकारी पहुँचाने का प्रयास किया है।पत्रकारिता के इस सफर में, मैंने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन हर बार मैंने उन्हें एक अवसर के रूप में लिया और अपने कार्य को न केवल एक जिम्मेदारी बल्कि एक सेवा के रूप में निभाया है। मेरा लक्ष्य हमेशा से ही यही रहा है कि जनता को सत्य और निष्पक्ष खबरें प्रदान की जाएं, ताकि वे जागरूक और सूचित रहें। मैंने इस दौरान कई महत्वपूर्ण घटनाओं को कवर किया है, और अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश की है। 

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