कांटाटोली फ्लाईओवर का उद्घाटन, CM हेमंत सोरेन ने दी रांचीवासियों को सौगात
रांची। राजधानी रांची के बहुप्रतीक्षित कांटाटोली फ्लाईओवर का उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को किया। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने खुद फ्लाईओवर पर सेल्फ ड्राइव किया और इसे रांचीवासियों को समर्पित किया। इस फ्लाईओवर के खुलने से शहर के यातायात की समस्या को काफी हद तक कम करने की उम्मीद है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने रांची के हरमू रोड फ्लाईओवर का शिलान्यास भी किया, जो शहर के विकास में एक और बड़ा कदम साबित होगा।
रांची के साथ पूरे राज्य को मिली 3264 करोड़ की सौगात
मुख्यमंत्री ने केवल रांची ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य के लिए 3264 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इनमें फ्लाईओवर, फोर लेन, आठ लेन सड़कों के साथ-साथ रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) और पुलों का निर्माण शामिल है। धनबाद में मटकुरिया फ्लाईओवर का शिलान्यास और कांको चौक से विनोद बिहारी चौक-गोल बिल्डिंग तक आठ लेन सड़क का उद्घाटन भी किया गया, जिससे कोयला नगरी में भी यातायात सुविधाएं बेहतर होंगी।
मुख्यमंत्री ने की 21 योजनाओं का ऑनलाइन उद्घाटन
सीएम हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में 21 योजनाओं का ऑनलाइन उद्घाटन किया, जिनमें तीन कनेक्टिंग एलिवेटेड फ्लाईओवर, कई फोर लेन सड़कें और पुल शामिल हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, मंत्री बन्ना गुप्ता, सांसद महुआ माजी, विधायक सीपी सिंह, कल्पना सोरेन, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
लंबी सोच के तहत हो रहा विकास कार्य
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि रांची में जमीन अधिग्रहण एक कठिन कार्य है, लेकिन कांटाटोली फ्लाईओवर के लिए लोगों ने काफी सहयोग दिया। उन्होंने योगदा सत्संग के जमीन के योगदान की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने बताया कि राजधानी बनने के बाद से रांची में यातायात की समस्या बढ़ी है, जिसे हल करने के लिए ये परियोजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में कानून का पालन सभी को करना होगा और केवल सरकार के प्रयासों से नहीं, बल्कि जनसहयोग से ही स्थिति में सुधार आ सकता है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर
मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण पर भी अपनी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पेड़ काटकर बड़े भवन बनाने से पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, और केवल गेंदा और गुलाब के पौधे लगाने से पर्यावरण नहीं सुधरेगा। इसके लिए पीपल और नीम जैसे पेड़ लगाने होंगे। उन्होंने कार्यक्रमों में बुके देने की परंपरा खत्म करने की बात कही और इसके बजाय पौधे भेंट देने की परंपरा शुरू की है ताकि पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिल सके।
रांची की बदलती जलवायु पर चिंता
मुख्यमंत्री ने रांची की बदलती जलवायु पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पहले रांची में रात को एसी और पंखे की जरूरत नहीं पड़ती थी, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। उन्होंने शहर में बढ़ते निर्माण कार्यों और पेड़ों की कटाई को जलवायु परिवर्तन का कारण बताया और कहा कि अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाली पीढ़ियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। कांटाटोली फ्लाईओवर के उद्घाटन के साथ ही रांचीवासियों को एक बड़ी राहत मिली है, जिससे यातायात की समस्या को हल करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, राज्य में अन्य फ्लाईओवर, पुल और सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन राज्य के विकास को नई गति देगा।
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