

पद्म पुरस्कार 2026 के लिए नामांकन शुरू, 31 जुलाई 2025 अंतिम तिथि

दिल्ली। गणतंत्र दिवस, 2026 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार 2026 के लिए नामांकन और सिफारिशें शनिवार से शुरू हो गई हैं। गृह मंत्रालय ने जानकारी दी कि ऑनलाइन नामांकन की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2025 तय की गई है। इच्छुक व्यक्ति राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल (https://awards.gov.in) पर जाकर अपनी सिफारिशें और नामांकन जमा कर सकते हैं।
सरकार की पहल: "पीपल्स पद्म" बनाने की प्रतिबद्धता
गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि सरकार पद्म पुरस्कारों को आम जनता के करीब लाने और इसे "पीपल्स पद्म" बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके तहत आम नागरिकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है कि वे स्वयं या किसी अन्य व्यक्ति को नामांकित करें। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जाति/जनजाति के व्यक्तियों, दिव्यांगजनों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे, ताकि उनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियों को उचित पहचान मिल सके।
नामांकन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज
गृह मंत्रालय के अनुसार, नामांकन/सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप के अनुसार सभी प्रासंगिक विवरण भरने होंगे। इसमें अनुशंसित व्यक्ति की संबंधित क्षेत्र में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों को उजागर करने के लिए अधिकतम 800 शब्दों का एक उद्धरण (citation) शामिल करना आवश्यक होगा।
अधिक जानकारी के लिए:
- गृह मंत्रालय की वेबसाइट: https://mha.gov.in (पुरस्कार और पदक अनुभाग)
- पद्म पुरस्कार पोर्टल: https://padmaawards.gov.in
- पद्म पुरस्कार से संबंधित नियम: https://padmaawards.gov.in/AboutAwards.aspx
पद्म पुरस्कार: देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान
गौरतलब है कि पद्म पुरस्कारों की स्थापना 1954 में की गई थी और इनकी घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इसके अंतर्गत तीन प्रमुख श्रेणियां हैं:
- पद्म विभूषण - असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए
- पद्म भूषण - उच्च श्रेणी की विशिष्ट सेवा के लिए
- पद्म श्री - विशिष्ट सेवा के लिए
ये पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले व्यक्तियों को दिए जाते हैं।
कौन हो सकते हैं पद्म पुरस्कार के पात्र?
- जाति, व्यवसाय, पद या लिंग का कोई भेदभाव नहीं है।
- चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्य सरकारी सेवक (सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में कार्यरत अधिकारी भी) इन पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं।
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