कोडरमा: व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर साइबर ठगी का नया तरीका, बैंक कर्मी बनकर खाते से उड़ाए 1.41 लाख रुपए
कोडरमा। साइबर ठगों ने एक नई चाल के जरिए जलवाबाद के रहने वाले मोहम्मद मोबिन आलम से 1 लाख 41 हजार 527 रुपए की ठगी कर डाली। इस बार ठगों ने व्हाट्सएप वीडियो कॉल का सहारा लिया और खुद को बैंक कर्मी बताकर मोबिन को लोन किस्त कम करने का झांसा दिया। ठगी की यह वारदात न केवल चौंकाने वाली है, बल्कि यह भी साफ करती है कि साइबर अपराधी अब पहले से ज्यादा तकनीकी और मनोवैज्ञानिक चालें अपनाकर लोगों को जाल में फंसा रहे हैं।
घटना 17 अप्रैल से शुरू होती है, जब मोबिन को एक अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को बैंक कर्मचारी बताते हुए मोबिन के बैंक लोन की सारी जानकारी गिनाई और भरोसा दिलाया कि उनकी साप्ताहिक किस्त को मासिक किस्त में बदल दिया जाएगा जिससे उन्हें राहत मिलेगी। मोबिन को लगा कि यह सुविधा उसके लिए फायदेमंद होगी, और उसने ठग की बातों पर विश्वास कर लिया।
अगले ही दिन यानी 18 अप्रैल की शाम करीब पांच बजे, ठगों ने मोबिन को व्हाट्सएप वीडियो कॉल किया और कहा कि लोन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कुछ जरूरी स्टेप्स पूरे करने होंगे। कॉल के दौरान ही उन्होंने मोबिन से स्क्रीन शेयर करवाया। स्क्रीन शेयर करते ही मोबिन का पूरा मोबाइल और बैंकिंग डिटेल उनके सामने आ गया। इसके कुछ ही मिनटों के भीतर उसके बैंक खाते से 1 लाख 41 हजार 527 रुपए निकाल लिए गए। पैसे निकलते ही कॉल काट दी गई और मोबिन को ठगी का अहसास हुआ।
परेशान होकर मोबिन तुरंत कोडरमा थाना पहुंचे और घटना की जानकारी पुलिस को दी। उन्होंने शनिवार को इस मामले को लेकर लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस अब पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और कॉल डिटेल, बैंक ट्रांजैक्शन और ठगों के नंबर की पड़ताल की जा रही है।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि साइबर ठग अब लोगों की जानकारी, भावनाओं और जरूरतों का फायदा उठाकर उन्हें ठगने के लिए हर बार नए तरीके ढूंढते रहते हैं। पुलिस और साइबर सेल लगातार लोगों को इस तरह की ठगी से सतर्क रहने की सलाह देते आ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद लोग अक्सर ऐसे झांसे में फंस जाते हैं।
About The Author
