

हजारीबाग: पत्नी को जलाकर मारने के आरोपी पूर्व एसडीओ अशोक कुमार 44 दिन बाद रांची से गिरफ्तार
हजारीबाग। पत्नी को जिंदा जलाने के आरोपी हजारीबाग सदर के पूर्व एसडीओ अशोक कुमार को घटना के 44 दिन बाद पुलिस ने रांची से गिरफ्तार कर लिया। अशोक कुमार रांची के जगन्नाथपुर इलाके में अपने एक मित्र के यहां शरण लिए हुए थे। पुलिस ने उन्हें उस समय दबोच लिया जब वे मास्क और टोपी लगाकर पार्क में घूम रहे थे। हजारीबाग की लोहसिंघना थाना प्रभारी संदीप कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
पुलिस को ऐसे मिला सुराग
पूर्व एसडीओ अशोक कुमार की गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने उनके जीजा, भांजे और बड़े भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। इस दौरान उनके पिता दुर्योधन साव का सुराग मिला, जिन्हें मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सलैया स्थित ससुराल से हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दुर्योधन साव से कई अहम जानकारियां मिलीं, जिसमें कुछ मोबाइल नंबर भी शामिल थे, जिनके जरिए वे अपने बेटे से संपर्क में थे। पुलिस ने इन मोबाइल नंबरों को ट्रैक किया, जिससे पता चला कि अशोक कुमार रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में छिपे हुए हैं। टेक्निकल सेल की मदद से उनकी लोकेशन की पुष्टि की गई और फिर पुलिस ने गिरफ्तारी की योजना बनाई।
पुलिस ऐसे पहुंची आरोपी तक
रांची पहुंची पुलिस टीम को जगन्नाथपुर इलाके में अशोक कुमार की स्कॉर्पियो मिली, लेकिन वह किसी और के नाम से पंजीकृत थी। जब पुलिस गाड़ी के मालिक तक पहुंची, तो उसने एसडीओ के बारे में जानकारी होने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने पार्क के आसपास नजर रखी, जहां अशोक कुमार मास्क और टोपी लगाकर घूम रहे थे। पुलिस ने मौका देखकर उन्हें चारों ओर से घेर लिया और हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि उन्होंने पार्क में एक व्यक्ति को पैसे देने के लिए बुलाया था, लेकिन इसी दौरान वे पुलिस के हत्थे चढ़ गए। गिरफ्तारी के तुरंत बाद उन्हें हजारीबाग ले जाया गया।
26 दिसंबर को सरकारी आवास में जल गई थी पत्नी
घटना 26 दिसंबर की सुबह 7 बजे की है, जब हजारीबाग सदर के तत्कालीन एसडीओ अशोक कुमार की पत्नी अनिता कुमारी सरकारी आवास में संदिग्ध रूप से जल गई थीं। उन्हें गंभीर हालत में रांची के देवकमल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसके बाद मृतका के भाई राजू कुमार गुप्ता ने लोहसिंघना थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। इस शिकायत के आधार पर पूर्व एसडीओ अशोक कुमार, उनके पिता दुर्योधन साव, छोटे भाई शिवनंदन कुमार और शिवनंदन की पत्नी रिंकू देवी के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई थी।
एफआईआर में दूसरी महिला से संबंध का आरोप
एफआईआर में कहा गया है कि अशोक कुमार का किसी अन्य महिला से अवैध संबंध था, जिसे लेकर पति-पत्नी में अक्सर विवाद होता था। परिवार ने इस मामले में पहले भी आपसी बातचीत कर सुलह की कोशिश की थी, लेकिन अशोक कुमार ने तब यह कहकर बात खत्म कर दी थी कि "आगे शिकायत करने का मौका नहीं मिलेगा। जहां जाना है जाओ, कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।" घटना के बाद अशोक कुमार फरार हो गए थे, जिसके चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया। पुलिस लगातार उनकी तलाश में जुटी थी और आखिरकार 44 दिन बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अब पुलिस उनसे पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
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BIHAR - JHARKHAND
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