औरंगाबाद: संकट की घड़ी में बना सहारा, ग्रामीणों के लिए संकटमोचक साबित हो रहा है एनटीपीसी नबीनगर
औरंगाबाद। औरंगाबाद जिले के नबीनगर प्रखंड से सामने आई है जहाँ एनटीपीसी (नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन) नबीनगर सिर्फ विद्युत उत्पादन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आपदा के समय ग्रामीणों के लिए एक मजबूत सहारा बनकर सामने आ रहा है। हाल ही में गर्मी और सूखे की वजह से गांवों में आग लगने की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें फसल और संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है। ऐसी परिस्थितियों में एनटीपीसी नबीनगर ने तत्परता से सहायता पहुंचाकर मानवता का बड़ा उदाहरण पेश किया है।
एनटीपीसी नबीनगर परिसर में तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की फायर विंग टीम को ग्रामीण क्षेत्रों में आग लगने की जानकारी मिलते ही बिना देर किए घटनास्थल पर भेजा जा रहा है। इन जवानों की तेजी और तैयारी की वजह से कई बार बड़ी दुर्घटनाओं को समय रहते टाला गया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब आग लगती है, तो सरकारी संसाधनों के पहुँचने में देर होती है, लेकिन एनटीपीसी की टीम तुरंत पहुँचकर राहत देती है।
यह फायर विंग टीम न केवल परियोजना परिसर की सुरक्षा में तैनात है, बल्कि आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी आवश्यकता पड़ने पर फौरन सहायता के लिए निकल पड़ती है। इस टीम के पास अत्याधुनिक अग्निशमन उपकरण हैं और सभी जवानों को आपदा प्रबंधन की विशेष ट्रेनिंग भी दी गई है। इसी वजह से टीम हर स्थिति से निपटने के लिए हर समय तैयार रहती है।
ग्रामीणों का कहना है कि एनटीपीसी नबीनगर की यह पहल उन्हें सुरक्षा का अहसास कराती है। जहां पहले गांवों में आग लगने के बाद लोग लाचार हो जाते थे, अब वहीं एनटीपीसी की मदद से समय पर राहत मिल रही है। इस पहल को लेकर स्थानीय लोगों में संस्था के प्रति विश्वास और सम्मान काफी बढ़ा है। यह साफ हो चुका है कि एनटीपीसी नबीनगर सिर्फ बिजली उत्पादन में ही नहीं, बल्कि सामाजिक सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। संकट की घड़ी में ग्रामीणों की मदद कर यह संस्था यह संदेश दे रही है कि वह केवल औद्योगिक इकाई नहीं, बल्कि समाज का अभिन्न हिस्सा है
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